खंड ‘क’: गद्यांश एवं काव्यांश
1. अपठित गद्यांश, 2. अपठित काव्यांश,
खंड ‘ख’: व्यावहारिक व्याकरण
1. वाक्य भेद ;रचना वेळ आधार परद्ध, 2. वाच्य, 3. पद-परिचय, 4. रस,
खंड ‘ग’ क्षितिज, भाग-2 ;पाठ्यपुस्तकद्ध
पद्य खंड
1. पद - सूरदास, 2. राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद - तुलसीदास, 3. सवैया एवं कवित्त - देव, 4. आत्मकथ्य - जयशंकर प्रसाद, 5. उत्साह, अट नहीं रही है - सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’, 6. यह दंतुरित मुस्कान, फसल - नागार्जुन, 7. छाया मत छूना - गिरिजावुळमार माथुर, 8. कन्यादान - तुराज, 9. संगतकार - मंगलेश डबराल,
गद्य खंड
10. नेताजी का चश्मा - स्वयं प्रकाश, 11. बालगोबिन भगत - रामवृक्ष बेनीपुरी, 12ण् लखनवी अंदाज़ - यशपाल, 13. मानवीय करुणा की दिव्य चमक - सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, 14. एक कहानी यह भी - मन्नाू भंडारी, 15. स्त्री शिक्षा के विरोधी वुळतर्को का खंडन - महावीरप्रसाद द्विवेदी, 16. नौबतखाने में इबादत - यतींद्र मिश्र, 17. संस्ड्डति - भदंत आनंद कौसल्यायन,
वृळतिका, भाग-2 ;पूरक पाठ्यपुस्तकद्ध
1. माता का अँचल - शिवपूजन सहाय, 2. जार्ज पंचम की नाक - कमलेश्वर, 3. साना साना हाथ जोड़ि - मधु कांकरिया, 4. एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा! - शिवप्रसाद मिश्र ‘रुद्र’, 5. मैं क्यों लिखता हूँ? - अज्ञेय,
खंड ‘घ’: लेखन कार्य
1. अनुच्छेद लेखन, 2. पत्र लेखन, 3. निबंध लेखन, 4. ज्ञापन लेखन, 5. सन्देश लेखन,
स प्रतिदर्श प्रश्न-पत्र 1 हल सहित
स प्रतिदर्श प्रश्न-पत्र 2
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